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महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम—2005 (MGNREGA) – हर ग्रामीण परिवार को काम का अधिकार

 नीचे MGNREGA (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम—2005) की बिहार विशेष जानकारी दी जा रही है:


🎯 योजना का उद्देश्य

ग्रामीण क्षेत्रों में हर परिवार को साल में कम से कम 100 दिन का गारंटीड मज़दूरी रोजगार सुनिश्चित करना, जिससे गरीबी कम हो, ग्रामीण बुनियादी ढांचे का विकास हो, और मौसम व कृषि आधारित बेरोज़गारी का मुकाबला हो। 


📊 बिहार में MGNREGA — हालिया आंकड़े

  • पंजीकृत परिवार (GAH): अक्टूबर 2024 तक सक्रिय परिवारों की संख्या लगभग 8.15 लाख

  • मासिक रोजगार की मांग: फरवरी 2025 में लगभग 17.85 लाख परिवारों ने काम की मांग की।

  • रोजगार उपलब्ध कराया गया: मार्च 2025 में लगभग 9.42 लाख परिवारों को रोजगार मिला; फरवरी 2025 में यह संख्या 14.08 लाख थी।

  • साल-दर-साल आंकड़ा: अप्रैल 2025 तक लगभग 58.7 लाख परिवारों को इस वित्त वर्ष में MGNREGA के तहत काम मिला।

  • औसत कार्यदिवस: अप्रैल 2025 तक प्रत्येक परिवार को औसतन 48.8 दिन का रोजगार मिला—जो पिछले माह से थोड़ा अधिक है (मार्च: 48.6 दिन)।


🏗️ किन कार्यों में मिला रोजगार

MGNREGA के अंतर्गत बिहार में मुख्य रूप से ये कार्य शामिल हैं:

  • ग्रामीण सड़कों, खेतों की नहरों व तालाबों की सफाई, मिट्टी संरक्षण

  • सार्वजनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे स्कूल, आंगनवाड़ी की मरम्मत

  • जल संचयन, नदियों व नहरों की गाद साफ़ करना (इसे राज्य सरकार भी अपना रही है)


💸 बिहार में भुगतान एवं वित्तीय सहायता

  • अप्रैल 2025 में केंद्र सरकार ने बिहार के 1.36 करोड़ MGNREGA श्रमिकों का वेतन भुगतान करने के लिए ₹2,102 करोड़ का केंद्रीय अनुदान मंजूर किया, जो वर्ष 2025–26 के लिए पहला इंस्टॉलमेंट था।


🔍 चुनौतियाँ और सुधार

  • कैग रिपोर्ट (2014–19): केवल 1–3% परिवारों को 100 दिन का पूरा रोजगार मिला; केवल 3,007 भूमिहीन परिवारों को जॉब कार्ड बनाया गया।

  • सुधार प्रयासों में शामिल हैं:

    • जॉब कार्ड में आधार लिंकिग व डुप्लीकेट डाटा हटाना

    • मास्टर रोजदेयता रजिस्टर (E-muster) व सोशल ऑडिट्स लागू करना

    • पंपॉक दिवस (प्रति बुधवार) पर गतिविधियों की समीक्षा किया जाता है


🔍 विस्तार से देखें

पैरामीटर स्थिति
पंजीकृत परिवार ~8.15 लाख (अक्टूबर 2024)
रोजगार मांगने वाले परिवार 17.85 लाख (फरवरी 2025)
जनवरी–फरवरी तक रोजगार में हिस्सा ~14 लाख परिवार
वित्त वर्ष में रोजगार प्राप्त ~58.7 लाख परिवार (अप्रैल 2025)
औसत काम के दिन / परिवार ~48.8 दिन (अप्रैल 2025)
केंद्रीय फंड (वेतन हेतु) ₹2,102 करोड़ (April 2025)

👣 कैसे बढ़ाएँ लाभ

  • जॉब कार्ड बनवाएँ: स्थानीय ग्राम पंचायत/BDO ऑफिस में आवेदन करें।

  • काम की मांग डालें: काम शुरू करने के लिए Gram Panchayat में लिखित आवेदन दें।

  • काम का चयन: अपने परिसर में सड़क, जलाशय, वृक्षारोपण जैसे कार्य चुनें।

  • मानवाधिकार: काम 15 दिन में न मिलने पर बेरोज़गारी भत्ता का अधिकार; प्रति दिन न्यूनतम वेतन सरकारी दर के अनुसार मिलेगा।

  • पर्ची चेक करें: ई-मस्टर दर्ज कराना सुनिश्चित करें; भुगतान बैंक/पोस्ट ऑफिस खाते में सीधे मिलता है।

  • सामाजिक लेखा-जोखा: ग्राम सभा में नियमित रूप से सामाजिक ऑडिट में भाग लें; पारदर्शिता बनाए रखें।


✅ निष्कर्ष

MGNREGA बिहार में लाखों ग्रामीण परिवारों को प्रत्यक्ष व सामाजिक लाभ देने वाला प्रमुख रोजगार-सृजन कार्यक्रम है।

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