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TB / HIV रोगियों के लिए सरकारी सहायता व फ्री इलाज

 TB / HIV रोगियों के लिए सहायता

“बीमारी से नहीं, अकेलेपन से डर लगता है — लेकिन अब सरकार और समाज दोनों आपके साथ हैं”


जब कोई व्यक्ति TB (टीबी) या HIV पॉजिटिव पाया जाता है,
तो वो केवल शारीरिक दर्द से नहीं, बल्कि भावनात्मक और सामाजिक बोझ से भी जूझता है।
लोग दूर हो जाते हैं, नौकरी छूट जाती है, शरीर कमजोर हो जाता है… और मन में सिर्फ एक सवाल रह जाता है:

"अब क्या होगा?"

पर अब डरने की ज़रूरत नहीं है।

भारत सरकार, राज्य सरकार (जैसे कि पश्चिम बंगाल या उत्तर प्रदेश), NGOs और स्वास्थ्य सेवाएं मिलकर TB और HIV मरीजों के लिए एक मजबूत सहारा बनी हुई हैं — इलाज से लेकर पोषण, हौसले से लेकर मदद तक।


TB (क्षयरोग) रोगियों के लिए सरकारी सहायता:

1. निःशुल्क जांच और इलाज

  • सरकारी अस्पतालों, डॉट्स केंद्रों और हेल्थ सेंटर में

  • X-ray, बलगम जांच, GeneXpert टेस्ट — सब फ्री

  • WHO द्वारा प्रमाणित दवाएं 6 से 9 महीने तक मुफ्त


2. NIKSHAY पोषण योजना (₹500 प्रति माह)

  • इलाज के दौरान हर TB मरीज को

  • ₹500 प्रति माह डायरेक्ट बैंक अकाउंट में DBT के जरिए

  • मरीज को ताकतवर भोजन लेने में मदद मिलती है

“कुपोषण नहीं, अब पोषण ही इलाज का हिस्सा है”


3. घर पर दवा पहुंचाने की सुविधा (DOTS)

  • आशा दीदी या स्वास्थ्य कार्यकर्ता मरीज के पास आती हैं

  • दवा देना, निगरानी रखना और काउंसलिंग भी करती हैं


4. NIKSHAY ऐप और पोर्टल

  • मरीज का पंजीकरण, दवा रिकॉर्ड, सहायता की ट्रैकिंग

  • SMS के जरिए दवा, जांच और सहायता की जानकारी


HIV (एड्स) संक्रमित व्यक्तियों के लिए सहायता:

1. ART (Antiretroviral Therapy) – मुफ्त जीवनरक्षक इलाज

  • HIV पॉजिटिव मरीजों को सरकारी ART सेंटर पर

  • आजीवन मुफ्त दवाएं, नियमित जांच और काउंसलिंग

  • CD4 काउंट, वायरल लोड टेस्ट — सब मुफ्त


2. पोषण सहायता व मानसिक सहयोग

  • कई राज्य (जैसे पश्चिम बंगाल, यूपी) PLHIV (People Living with HIV) को

  • मुफ्त राशन, पोषण किट, या ₹ सहायता देते हैं

  • NGOs भोजन, कपड़े, पढ़ाई की भी सहायता करते हैं


3. काउंसलिंग, गोपनीयता और सम्मान

  • ART सेंटर पर गोपनीय इलाज, परामर्श और मनोवैज्ञानिक सहायता

  • डॉक्टर, नर्स, ASHA – सब सहानुभूति से मरीज का साथ देते हैं

“HIV कोई कलंक नहीं – यह एक इलाज योग्य स्थिति है”


4. NGOs और समुदाय आधारित समर्थन (UPNP+, Bengal Network of PLHIVs आदि)

  • HIV से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए

    • सहायता समूह

    • नौकरी की जानकारी

    • कानूनी और सामाजिक मदद

    • बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप


सेवाएँ कहाँ मिलती हैं?

सेवा विवरण
DOTS सेंटर हर ब्लॉक / जिले में – TB मरीजों के लिए
ART सेंटर HIV मरीजों के लिए, मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में
आशा दीदी घर पर दवा, परामर्श, अस्पताल तक पहुँचाने में मदद
हेल्पलाइन 1098 (HIV से जुड़ी सहायता), 104 (स्वास्थ्य परामर्श)
पोर्टल https://nikshay.in / https://naco.gov.in

💬 मरीजों की असली बातें…

👨‍🦲 “TB ने शरीर को कमजोर किया, पर सरकार ने हर महीने ₹500 भेजे – पोषण मिला, अब मैं ठीक हूँ।”
शमशेर अली, मुरादाबाद

👩‍🦰 “HIV पॉजिटिव होने पर लगा कि दुनिया खत्म हो गई। लेकिन ART सेंटर में सबने बहुत इज्ज़त से व्यवहार किया। अब मेरी बेटी भी स्कूल जाती है।”
रुपाली देवी, कोलकाता


क्यों जरूरी है ये सहायता?

  • क्योंकि TB और HIV दोनों इलाज योग्य हैं, अगर समय रहते मदद मिले

  • क्योंकि ये रोग शरीर से ज़्यादा मन को थकाते हैं — और साथ की ज़रूरत होती है

  • क्योंकि इलाज के साथ-साथ पोषण, सम्मान, और सामाजिक सहारा भी जरूरी है

  • क्योंकि कोई भी मरीज अकेला न महसूस करे


मैं कैसे मदद कर सकता हूँ?

  • TB/HIV मरीज के लिए सरकारी सहायता योजना में नाम कैसे दर्ज करें

  • ₹500 DBT पोषण योजना का फॉर्म कैसे भरें

  • ART या DOTS सेंटर कहाँ है 


TB और HIV से डरिए मत – इलाज कराइए, पोषण लीजिए, और खुद को दोबारा जीने का हक़ दीजिए।

“बीमारी आई है, पर हारना नहीं है — क्योंकि सरकार और समाज आपके साथ हैं।” 

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