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इम्प्लॉयी-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (ELI): पहली नौकरी वालों के लिए सरकारी PF लाभ – जानिए पूरी जानकारी

पहली नौकरी करने वाले युवा को PF लाभ देती मध्य प्रदेश सरकार की ELI योजना
पहली नौकरी करने वाले युवा

इम्प्लॉयी-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (ELI) – पहली नौकरी वालों के लिए एक सुनहरा मौका

"पहली नौकरी" – यह शब्द ही कई युवाओं के चेहरे पर उत्साह और चिंता दोनों ला देता है। जहां एक ओर नई शुरुआत की खुशी होती है, वहीं दूसरी ओर अनुभव की कमी के कारण अवसरों की कमी युवाओं को हताश भी कर देती है। मध्य प्रदेश सरकार ने इसी सोच को बदलने के लिए एक सराहनीय पहल की है – इम्प्लॉयी-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (ELI)

यह योजना उन युवाओं के लिए उम्मीद की किरण है जो पहली बार अपनी नौकरी शुरू करना चाहते हैं, पर अनुभव की कमी या आर्थिक अड़चनों के कारण पीछे रह जाते हैं। यह सिर्फ एक स्कीम नहीं, बल्कि लाखों बेरोजगार युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में पहला मजबूत कदम है।


क्या है ELI योजना?

सरल शब्दों में, यह योजना उन युवाओं के लिए है जो पहली बार नौकरी शुरू कर रहे हैं और अभी तक EPFO (Employees' Provident Fund Organisation) में पंजीकृत नहीं हुए हैं। यदि आपकी पहली जॉब है और सैलरी ₹15,000 प्रति माह से कम है, तो सरकार आपके PF (Provident Fund) का पूरा योगदान देगी — आपके हिस्से का भी और कंपनी के हिस्से का भी — पूरे 24 महीने यानी 2 वर्षों तक।


क्यों ज़रूरी है यह योजना?

भारत जैसे देश में, जहां युवा आबादी का प्रतिशत बहुत अधिक है, वहां रोजगार की कमी एक गंभीर चुनौती रही है। अधिकतर कंपनियाँ ऐसे उम्मीदवारों को प्राथमिकता देती हैं जिनके पास अनुभव हो। ऐसे में एक फ्रेशर के लिए पहली नौकरी पाना बहुत मुश्किल हो जाता है।

इस योजना का उद्देश्य है:

  • युवाओं को रोजगार के अवसर देना

  • कंपनियों को आर्थिक रूप से प्रोत्साहित करना कि वे नए कर्मचारियों को रखें

  • रोजगार दर में वृद्धि करना

  • युवाओं को सामाजिक सुरक्षा (PF आदि) से जोड़ना


योजना से क्या लाभ मिलते हैं?

1. युवाओं को आर्थिक लाभ

नौकरी शुरू करते ही PF कटौती के कारण सैलरी में थोड़ी कमी आ जाती है। लेकिन ELI स्कीम के तहत दो साल तक PF की पूरी राशि सरकार द्वारा दी जाती है। इसका मतलब, आपकी सैलरी से कोई PF नहीं कटेगा, और आपको पूरी राशि मिलेगी।

2. कंपनियों को राहत

कंपनियों को भी PF देने से छुटकारा मिलता है, जिससे उनका मासिक खर्च घटता है। नतीजतन, वे ज्यादा युवाओं को नौकरी देने के लिए तैयार होती हैं।

3. EPFO पंजीकरण से लाभ

PF अकाउंट खुलने के साथ ही युवा कर्मचारी भविष्य निधि, पेंशन और बीमा जैसी सुविधाओं के लिए पात्र हो जाता है। यह सामाजिक सुरक्षा की ओर एक बड़ा कदम है।


कौन पात्र है इस योजना के लिए?

  • जिनका यह पहली नौकरी है

  • जिनकी मासिक सैलरी ₹15,000 या उससे कम है

  • जो सरकारी या निजी कंपनी में कार्यरत हों

  • और जिनका नाम पहले कभी EPFO में दर्ज नहीं रहा हो


कंपनियों को क्या करना होगा?

यह योजना सीधा युवा या कर्मचारी के बजाय कंपनी के माध्यम से लागू होती है। इसका मतलब:

  • कंपनी को EPFO में पंजीकृत होना जरूरी है

  • कंपनी को नए कर्मचारी को नियुक्त करते समय ELI स्कीम के अंतर्गत शामिल करना होता है

  • कंपनी ELI योजना के अंतर्गत कर्मचारी का विवरण सरकार को भेजती है


आवेदन की प्रक्रिया

युवाओं को अलग से आवेदन करने की ज़रूरत नहीं होती। जब आप किसी नई कंपनी में नौकरी शुरू करते हैं, तो बस यह सुनिश्चित करें कि:

  • कंपनी EPFO पंजीकृत है

  • और वह ELI योजना के तहत नए कर्मचारियों को जोड़ती है

आप चाहें तो HR विभाग से पूछ सकते हैं कि वे ELI योजना में पंजीकृत हैं या नहीं।


एक प्रेरणादायक उदाहरण:

रीवा जिले के गौरव मिश्रा, जिन्होंने बीकॉम पास करने के बाद कई जगहों पर नौकरी के लिए आवेदन दिया, लेकिन हर जगह से "आपके पास अनुभव नहीं है" जैसा जवाब मिला। आखिरकार, उन्हें एक मीडियम लेवल अकाउंटिंग फर्म में जॉब मिली, जहां कंपनी ELI स्कीम के तहत उन्हें रख रही थी। न केवल उन्हें जॉब मिली, बल्कि उन्हें PF कटौती की चिंता भी नहीं रही। गौरव कहते हैं – "सरकार की इस योजना ने मेरी पहली नौकरी आसान बना दी, वरना मैं आज भी रिज्यूमे भेज रहा होता।"


इस योजना की ख़ास बातें

  • यह पूरी तरह सरकारी प्रायोजित है

  • कर्मचारी और कंपनी – दोनों को आर्थिक लाभ मिलता है

  • योजना पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी है

  • यह योजना EPFO के डाटा से जुड़ी है, जिससे फर्जीवाड़े की संभावना नहीं रहती


ध्यान रखने योग्य बातें

  • कंपनी EPFO में पंजीकृत होनी चाहिए

  • कर्मचारी की उम्र और दस्तावेज़ सटीक होने चाहिए

  • कर्मचारी पहले से EPFO में नहीं होना चाहिए (पहली नौकरी होनी चाहिए)


कैसे मिले सही जानकारी?

योजना से जुड़ी जानकारी के लिए निम्नलिखित स्रोत देखे जा सकते हैं:

  • EPFO की वेबसाइट

  • मध्य प्रदेश रोजगार पोर्टल

  • कंपनी का HR विभाग

  • ज़िला रोजगार कार्यालय


निष्कर्ष: यह सिर्फ एक स्कीम नहीं, आत्मनिर्भरता का रास्ता है

ELI स्कीम उन लाखों युवाओं के लिए उम्मीद की किरण है जो पहली नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं। यह योजना न केवल उन्हें नौकरी दिलाने में मदद करती है, बल्कि PF और अन्य आर्थिक सुविधाओं के माध्यम से एक स्थायी भविष्य की नींव रखती है।

अगर आप या आपका कोई जानने वाला पहली बार नौकरी शुरू करने जा रहा है, तो ELI योजना के बारे में जरूर बताएँ। कई बार जानकारी की कमी की वजह से भी लोग योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते।


अंत में एक संदेश:

"पहला कदम हमेशा कठिन होता है, लेकिन सरकार अगर साथ हो तो राह आसान हो जाती है।"
ELI स्कीम आपका पहला कदम है एक सुरक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर भविष्य की ओर।- "Progress India" पोर्टल


 

FAQs (Frequently Asked Questions):

Q1. ELI योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
ELI योजना का उद्देश्य युवाओं को पहली नौकरी में PF की राहत देना और कंपनियों को ऐसे युवाओं को रखने के लिए प्रोत्साहित करना है।

Q2. क्या मुझे इस योजना में आवेदन करना होगा?
नहीं, इस योजना में सीधे कंपनी के माध्यम से पंजीकरण होता है। आपको HR से पूछकर पुष्टि करनी होती है।

Q3. PF कौन-कौन सा हिस्सा सरकार देती है?
सरकार कर्मचारी और कंपनी दोनों का EPF योगदान भरती है – कुल 2 वर्षों तक।

Q4. अगर मेरी सैलरी ₹15,500 है, तो क्या मैं पात्र हूँ?
नहीं, केवल वही युवा पात्र हैं जिनकी मासिक सैलरी ₹15,000 या उससे कम है।

Q5. क्या निजी कंपनियाँ भी इस योजना में आती हैं?
हाँ, EPFO में रजिस्टर्ड सभी निजी कंपनियाँ इस योजना में आ सकती हैं।

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