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Mid-Day Meal योजना: स्कूलों में बच्चों के लिए पोषण युक्त भोजन

 Mid-Day Meal Scheme (मिड-डे मील योजना) भारत सरकार की एक राष्ट्रीय योजना है, जिसे पश्चिम बंगाल सहित सभी राज्यों में लागू किया गया है। इसका उद्देश्य है:

  • विद्यालयों में नामांकन, उपस्थिति और प्रतिधारण (Retention) को बढ़ाना

  • बच्चों को पौष्टिक भोजन प्रदान कर कुपोषण से बचाना

  • शिक्षा के साथ-साथ पोषण भी सुनिश्चित करना


पश्चिम बंगाल में Mid-Day Meal Scheme की मुख्य बातें:

उद्देश्य

  • प्राथमिक (कक्षा 1–5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6–8) स्तर के बच्चों को
    मुफ्त, पौष्टिक और गर्म भोजन उपलब्ध कराना।

  • बच्चों की शारीरिक और मानसिक विकास में सहायता करना।

  • गरीब वंचित वर्गों के बच्चों को शिक्षा से जोड़ना।


पात्रता

श्रेणी विवरण
स्थान पश्चिम बंगाल के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूल
कक्षा कक्षा 1 से 8 तक के सभी छात्र
स्कूल Government, Government Aided, Local Body schools, Madrasa & Special Training Centres

भोजन का प्रकार और मानक

कक्षा कैलोरी प्रोटीन भोजन में शामिल
1–5 450 kcal 12g चावल/रोटी, दाल, सब्ज़ी, कभी-कभी अंडा या केला
6–8 700 kcal 20g वही, मात्रा अधिक और कभी-कभी सोया/अंडा शामिल

✔️ खाना स्कूल में ताज़ा और गर्म पकाया जाता है
✔️ सरकार की गाइडलाइन के अनुसार Menu सप्ताह भर का तय होता है


क्रियान्वयन तंत्र

  • राज्य सरकार और केंद्र सरकार की 60:40 फंडिंग साझेदारी

  • SMPU (State Mid-Day Meal Project Unit) राज्य स्तर पर

  • DPMU (District Project Management Unit) ज़िला स्तर पर

  • HM (प्रधानाध्यापक) विद्यालय स्तर पर निगरानी करते हैं

  • मेनू, मात्रा और गुणवत्ता की निगरानी के लिए Parent-Teacher Committees भी होती हैं


राशन व भुगतान

वस्तु स्रोत
चावल भारत सरकार (FCI के माध्यम से)
कुकिंग कॉस्ट राज्य सरकार (DBT के माध्यम से स्कूलों को भेजा जाता है)
Cook/helper हर स्कूल में रसोइया और सहायक नियुक्त

ऑनलाइन निगरानी (Monitoring System)

  • Daily Meal Reporting App द्वारा HM खाना बनने और खाने का रिकॉर्ड दर्ज करते हैं

  • https://mdm.wbsed.gov.in पोर्टल पर स्कूलवार जानकारी उपलब्ध है

  • SMS के माध्यम से भी राज्य निगरानी करता है (daily attendance & food data)


सुरक्षा और गुणवत्ता

  • साफ़-सफाई, किचन शेड, हैंड वॉश सुविधा अनिवार्य

  • खाने से पहले छात्रों को हाथ धोने की आदत

  • खाद्य निरीक्षक और DIs द्वारा नियमित निरीक्षण

  • कभी-कभी NGO/CSR पार्टनर के सहयोग से खाना बनाया जाता है (जैसे Akshaya Patra)


योजना की सफलता

  • लाखों छात्रों को प्रोटीन युक्त भोजन मिल रहा है

  • विशेष रूप से SC/ST, अल्पसंख्यक और गरीब तबकों के बच्चों को लाभ

  • Enrolment और Attendance में उल्लेखनीय सुधार

  • NEP 2020 के तहत भविष्य में Pre-Primary स्तर पर भी विस्तार की योजना


सारांश – Mid-Day Meal (West Bengal)

विषय विवरण
उद्देश्य स्कूल उपस्थिति बढ़ाना, पोषण देना
कक्षा: 1 से 8 तक
स्कूल: सरकारी और सहायता प्राप्त
भोजन: मुफ्त, गरम, पौष्टिक
पोर्टल: mdm.wbsed.gov.in
संपर्क: जिला शिक्षा कार्यालय / स्कूल प्रधानाध्यापक


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