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Scholarship Schemes: पढ़ाई में न रुकावट हो, न सपना अधूरा

  छात्रवृत्ति (Scholarships) — जब पढ़ाई का हर क़दम सरकार उठाती है साथ में

“ज़रूरी नहीं कि सपने बड़े हों, लेकिन ज़रूरी है कि उन्हें पूरा करने का कोई साथ हो।”


हमारे देश में लाखों छात्र ऐसे हैं जिनके पास सपने तो हैं, लेकिन साधन नहीं। कभी फीस भरना मुश्किल होता है, कभी किताबें खरीदना, और कभी तो घर की हालत ऐसी होती है कि स्कूल या कॉलेज छोड़ना पड़ता है।

इन्हीं बच्चों के लिए दिल्ली सरकार और भारत सरकार मिलकर चलाते हैं —
👉 छात्रवृत्ति योजनाएं (Scholarships)
ताकि किसी भी होनहार बच्चे की पढ़ाई आर्थिक मजबूरी के चलते अधूरी ना रहे।


 छात्रवृत्ति क्यों ज़रूरी है?

  • बच्चे का मनोबल बढ़ता है

  • अभिभावकों पर बोझ कम होता है

  • मेहनती बच्चों को सम्मान और पहचान मिलती है

  • स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी तक पढ़ाई जारी रहती है


 दिल्ली सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रमुख छात्रवृत्तियाँ:

1. Dr. B.R. Ambedkar Scholarship for SC / ST / OBC Students

  • कक्षा 1 से लेकर प्रोफेशनल कोर्स तक के छात्रों को

  • ₹500 से ₹7,000 तक की वार्षिक सहायता

  • स्कूल / कॉलेज की उपस्थिति 70% होनी चाहिए

  • आय सीमा: ₹2.5 लाख (SC/ST), ₹1 लाख (OBC)


2. Pre-Matric & Post-Matric Scholarship (SC/ST/OBC/EWS)

  • कक्षा 9 से 12 और उससे ऊपर के छात्रों को

  • ट्यूशन फीस + भत्ता + स्टेशनरी सहायता

  • कॉलेज जाने वाले छात्रों के लिए भी


3. Merit-Based Scholarship (Topper Students)

  • दिल्ली सरकार स्कूलों के टॉप 10% छात्रों को

  • ₹5,000 – ₹25,000 तक की सहायता

  • केवल कक्षा 7 से 12 तक के लिए


4. मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रतिभा योजना

  • जो छात्र सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 और 11 में हैं,

  • और पिछली कक्षा में 80% से ज़्यादा अंक लाए हैं,

  • उन्हें ₹5,000 से ₹15,000 तक की छात्रवृत्ति दी जाती है


5. EWS / General Category छात्रवृत्ति

  • आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए

  • आय सीमा ₹1 लाख तक

  • सरकारी / मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए


 आवेदन कैसे करें?

  1. दिल्ली सरकार की e-district वेबसाइट पर जाएं

  2. छात्रवृत्ति योजना चुनें

  3. आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, स्कूल सर्टिफिकेट, मार्कशीट आदि दस्तावेज़ अपलोड करें

  4. स्कूल या संस्थान से वेरीफिकेशन करवाएं

  5. आवेदन की स्थिति पोर्टल पर ट्रैक कर सकते हैं


 बच्चों की जुबानी:

“पापा की सैलरी बस घर चलाने लायक थी, लेकिन मेरी स्कॉलरशिप ने मुझे स्कूल में टिका दिया। आज मैं कॉलेज में पढ़ रहा हूँ।”
सुरेश, द्वारका, दिल्ली

“जब छात्रवृत्ति मिली तो लगा कि मेरी मेहनत को किसी ने सराहा है। अब मुझे और पढ़ने की ताक़त मिलती है।”
अंजलि, ओखला, दिल्ली


 छात्रवृत्ति सिर्फ पैसे की मदद नहीं,

ये उस बच्चे का हौसला है, जो दुनिया से कहता है — “मैं भी कर सकता हूँ।”



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