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उत्तर प्रदेश में ब्रेल प्रेस: नेत्रहीन शिक्षा का सशक्त स्तंभ

उत्तर प्रदेश में ब्रेल प्रेस (Braille Presses) का संचालन नेत्रहीन छात्रों के लिए समान शिक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नीचे संक्षेप में जानिए इसकी कार्यप्रणाली और आपके लिए सहायता—


🏢 सरकार द्वारा संचालित प्रेस

  • उत्तर प्रदेश में पचास (5) सरकारी ब्रेल प्रेस चलाये जा रहे हैं, जिन्हें Empowerment of Persons with Disabilities Department के अंतर्गत संचालित किया जाता है।

  • प्रमुख रूप से Lucknow Braille Press उच्च-गुणवत्ता वाली UP बोर्ड की किताबों को हाई-स्कूल स्तर तक ब्रेल में छापता है, जिससे नेत्रहीन छात्र समकक्ष शिक्षण सुविधाओं का लाभ उठा सकें।


⚙️ तकनीकी क्षमता और नवाचार

  • नए प्रेस में बेल्जियम से आयातित high-speed embosser लगा है, जिसकी क्षमता 2,000 पन्ने/घंटा की है, ब्रेल डॉट्स की सटीकता और ग्राफिकल सामग्री के साथ, इससे काम तेज़ और गुणवत्तापूर्ण होता है।

  • यह प्रेस INR 76 लाख की लागत पर स्थापित हुआ और इसकी गुणवत्ता ने इसे सुपर फास्ट ब्रेल प्रेस के रूप में अनुभूत किया गया।


🎖️ गुणवत्ता और सम्मान

  • Lucknow ब्रेल प्रेस को 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर Union Ministry of Social Justice & Empowerment द्वारा National Award से सम्मानित किया गया, जो इसके उत्कृष्ट तकनीकी व्यवस्था और सेवाओं की गुणवत्ता को दर्शाता है।


🎯 सामजिक एवं शैक्षिक प्रभाव

  • इन प्रेसों ने हजारों नेत्रहीन छात्रों को ब्रेल अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराकर शिक्षा में समावेश और आत्मविश्वास बढ़ाया है।

  • CM योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से जोर दिया कि "every citizen, regardless of physical ability, can contribute to the state's development"—इस ब्रेल पहल से समान अवसर सुनिश्चित होते हैं।


🔜 आप कैसे जुड़ सकते हैं?

  1. ब्रेल प्रेस से सामग्री प्राप्त करें   https://uphwd.gov.in/en

    • अपने जिले के सहयोगी स्कूल या जिला दिव्यांग न्याय अधिकारी से संपर्क करें।

  2. ब्रेल पुस्तक का अनुरोध

    • Sparsh / Prayas स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के लिए सीधे ब्रेल किट उपलब्ध करवाई जा सकती है।

  3. डिजिटल ब्रेल का भविष्य

    • सरकार प्रेस को उन्नत करने और डिजिटल ब्रेल संसाधन लाने की योजना बना रही है।


✅ संक्षेप सारणी

सुविधा विवरण
प्रेस संख्या 5 (Lucknow प्रमुख)
छपाई क्षमता UP बोर्ड पाठ्यपुस्तकें, 2,000 पन्ने/घंटा
पुरस्कार 2019 में नेशनल अवार्ड
लाभार्थी विशेष रूप से Sparsh जैसे विद्यालयों के नेत्रहीन छात्र
भविष्य की योजना तकनीकी उन्नयन, डिजिटल ब्रेल कंटेंट

🛠️ चाहिए कुछ सहायता?

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