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PMEGP / KVIC योजना – अपना व्यवसाय शुरू करने का सुनहरा अवसर

नीचे PMEGP (Prime Minister’s Employment Generation Programme) तहत बिहार में स्वरोज़गार की विस्तारपूर्वक जानकारी दी जा रही है:


✨ PMEGP / KVIC: क्या है यह योजना?

  • PMEGP: MSME मंत्रालय की एक क्रेडिट‑लिंक्ड सब्सिडी योजना, जिसे KVIC द्वारा संचालित किया जाता है (msme.gov.in)।

  • उद्देश्य: ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में नए माईक्रो‑एंटरप्राइज स्थापित कर स्वरोज़गार पैदा करना और स्थानीय MSME को बढ़ावा देना


🏷️ मुख्य लाभ

  1. परियोजना लागत पर सब्सिडी

    • ग्रामीण में 35%, शहरी में 25% (SC/ST, महिला, अल्पसंख्यक आदि के लिए अधिक)

    • परियोजना लागत: मैन्युफैक्चरिंग में ₹25 लाख तक, बिज़नेस/सर्विस में ₹10 लाख तक ।

  2. लोन सुविधा

    • बैंक से मिलने वाले ऋण में मार्जिन‑मनी सब्सिडी

    • उदाहरण: राष्ट्रीय स्तर पर ₹884–906 करोड़ के लोन में ₹300 करोड़ सब्सिडी हाल ही में वितरित।

  3. बृहद प्रोत्साहन

    • PMFME जैसे अन्य योजनाओं के साथ जुड़कर खाद्य प्रसंस्करण को विशेष समर्थन मिलता है।


📈 बिहार में इस योजना का प्रभाव

  • पूर्वी क्षेत्र (जिसमें बिहार शामिल है) को ₹22 करोड़ की सब्सिडी मिली, लगभग 996 परियोजनाओं के लिए।

  • व्यापारी प्रेरणाएँ: भागलपुर के राजीव ने ₹30 लाख लोन से दो उद्यम – कंक्रीट उत्पाद और टोफू विनिर्माण – शुरू किए, जिससे स्थानीय रोजगार पैदा हुआ।


🧭 पात्रता और प्रक्रिया

  • आयु: 18 वर्ष से अधिक; सामान्य श्रेणी के लिए कम से कम 8वीं पास; बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए हाई स्कूल पास होना आवश्यक ।

  • प्रोजेक्ट लागत: ₹10 लाख से ऊपर मैन्युफैक्चरिंग, ₹5 लाख से ऊपर सेवा वर्ग में।

  • पात्रता: नई इकाइयाँ; पूर्व में सरकारी अनुदान प्राप्त करने वाली योजनाएँ मान्य नहीं।

  • आवेदन: ऑनलाइन के माध्यम से PMEGP पोर्टल पर या जिला स्तर पर KVIC/KVIB कार्यालय में जाकर (msme.gov.in)।


📣 हालिया स्थिति और संपदा

  • देशभर में: कुल 10.18 लाख माइक्रो‑एंटरप्राइज़ स्थापित, ₹73,348 करोड़ ऋण स्वीकृत और ₹27,166 करोड़ सब्सिडी वितरित।

  • रोज़गार सिर्जन: 90 लाख से अधिक लोगों को सीधी–अप्रत्यक्ष रोज़गार प्रदान ।

  • बिहार में: पूर्वी क्षेत्र में योजनांतर्गत समर्थन मिल रहा, तथा भागलपुर जैसे शहरों में युवाओं द्वारा सफल उद्यम शुरू किए जा रहे हैं ।


✅ अगला कदम: कैसे आवेदन करें?

  1. उद्योग विचार तय करें – खाने से जुड़ी यूनिट, हस्तशिल्प, सेवा या निर्माण।

  2. अर्हता जांचें – उपरोक्त पात्रता की शर्तों की पूर्ति।

  3. PMEGP पोर्टल/डीसी कार्यालय में आवेदन करें – DRF (District Resource Facilitation) अधिकारियों से सलाह लें।

  4. दस्तावेज तैयार रखें – फर्म/व्यवसाय योजना, पहचान, आयु, पहचान प्रमाण व बैंक विवरण।

  5. लोन मंजूरी के बाद सब्सिडी सीधे बैंक खाते में लगेगी; फंड का उपयोग व्यवसाय के विकास में करें।


सारांश तालिका

पहलु विवरण
सब्सिडी दर ग्रामीण: 35%, शहरी: 25% (विशेष श्रेणियों में अधिक)
लोन सीमा ₹25 लाख (मैन्युफैक्चरिंग), ₹10 लाख (सेवा)
आवेदन पोर्टल kviconline.gov.in,  pmegpeportal
बिहार सहायता पूर्वी क्षेत्र में ₹22 करोड़; सफल स्थानीय केस मौजूद

इस योजना से बिहार में विशेषकर युवा, महिलाएं, अल्पसंख्यक और ग्रामीण उद्यमी स्वरोज़गार स्थापित कर सकते हैं। यदि आप किसी व्यवसाय (जैसे टोफू बनाना, कंक्रीट उत्पाद, पारंपरिक उद्योग आदि) शुरू करने की सोच रहे हैं, तो:

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