Skip to main content

Intraday Trading Basics: शुरुआती ट्रेडर्स के लिए गाइड | Progress India

एक पेशेवर ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान शेयर बाजार के डेटा को स्क्रीन पर देखते हुए, जिसमें स्टॉक चार्ट और बाजार की गतिविधियाँ दिखाई दे रही हैं। पृष्ठभूमि में अन्य ट्रेडर कार्यालय में काम कर रहे हैं।
Intraday Trading Basics

 Intraday Trading Basics – शुरुआती लोगों के लिए आसान गाइड


 Intraday Trading क्या है?

  • Intraday Trading = एक ही दिन में शेयर खरीदना और बेचना।

  • इसमें Stock को Delivery के लिए नहीं रखा जाता।

  • Profit या Loss उसी दिन बुक हो जाता है।

  • इसे अक्सर “Day Trading” भी कहा जाता है।


 Intraday Trading क्यों लोकप्रिय है?

  • जल्दी Profit कमाने का मौका।

  • Capital को बार-बार Use करने का फायदा।

  • Market की हर छोटी Movement को कैश करने का चांस।

  • लेकिन Risk भी उतना ही बड़ा!


 Intraday Trading और Delivery Trading का अंतर

  • Delivery Trading → Stock कई दिन, हफ्ते, महीने तक रखना।

  • Intraday Trading → एक ही दिन में Position Close करना।

  • Delivery में Investment Mindset, जबकि Intraday में Trading Mindset चाहिए।


 Intraday Trading Basics – शुरुआत कैसे करें?

✅ Step 1: सही Broker और Trading Platform चुनें।
✅ Step 2: Market के Basic Tools (Charts, Indicators, News) समझें।
✅ Step 3: Risk-Reward Ratio पहले तय करें।
✅ Step 4: Stop Loss लगाना न भूलें।
✅ Step 5: सिर्फ Quality Trade लें, Quantity नहीं।


 Intraday Trading में जरूरी Concepts

1. Market Timing

  • Opening (9:15 – 9:30) = ज्यादा Volatility।

  • Mid Session (11:00 – 2:00) = Stable Moves।

  • Closing Hour (2:30 – 3:30) = फिर से Volatility।

👉 Beginners को Mid Session में Trading शुरू करनी चाहिए।


2. Volume Analysis

  • High Volume = Strong Move की Confirmations।

  • Low Volume = Fake Breakouts का Danger।

  • Volume हमेशा Price Action के साथ देखना चाहिए।


3. Support और Resistance

  • Support = वह Level जहाँ Buyers आते हैं।

  • Resistance = वह Level जहाँ Sellers Active हो जाते हैं।

  • Intraday Trader को हमेशा इन Levels के आसपास Entry और Exit Plan बनाना चाहिए।


4. Indicators Basics

  • Moving Average (MA) = Trend समझने के लिए।

  • Relative Strength Index (RSI) = Overbought/Oversold Signal।

  • VWAP (Volume Weighted Average Price) = Intraday Entry/Exit का Popular Tool।


 Intraday Trading के Golden Rules

✔ Rule 1: हमेशा Stop Loss लगाएँ।
✔ Rule 2: Capital का 2–3% से ज्यादा Risk न लें।
✔ Rule 3: बिना Strategy के कभी Trade न करें।
✔ Rule 4: Market News और Events पर नजर रखें।
✔ Rule 5: Greed (लोभ) और Fear (डर) से बचें।


 Intraday Trading Strategies (Basics)

1. Breakout Strategy

  • जब Price Resistance तोड़ता है → Buy

  • जब Price Support तोड़ता है → Sell

  • Volume Confirmation जरूरी।

2. Reversal Strategy

  • Price Support से Bounce करे → Buy

  • Price Resistance से Reject हो → Sell

3. Scalping Strategy

  • छोटे Price Moves में Quick Profit।

  • Fast Execution और Low Brokerage चाहिए।


 Intraday Trading में Beginners की Common Mistakes

❌ Overtrading – बार-बार Trade करना।
❌ बिना Stop Loss के Trading।
❌ सिर्फ Tips या Rumors पर Trade करना।
❌ Risk Management Ignore करना।
❌ Emotional Decision लेना।


 Intraday Trading – Example (Easy to Understand)

👉 Suppose आपने Reliance का Share ₹2500 पर Buy किया।
👉 Same Day वो ₹2520 पर गया।
👉 आपने Sell कर दिया।
✅ Profit = ₹20 per share।

लेकिन… अगर वो गिरकर ₹2480 चला गया और Stop Loss न लगाया?
❌ Loss = ₹20 per share।

👉 इसलिए Strategy + Stop Loss जरूरी है।


 Intraday Trader के लिए Daily Routine (Action Plan Style)

 सुबह 9:00 – Market News और Global Updates देखें।
 9:15 से 9:30 – Market Opening Observe करें।
 10:00 – Possible Stocks shortlist करें।
 11:00 से 2:00 – Quality Trades लें।
 3:00 – Position Close करें।
 शाम – Trading Journal Update करें।


 Intraday Trading में Success के लिए Mindset

  • Patience (धैर्य) रखें।

  • हर Trade से सीखें।

  • Risk पर Control रखें।

  • Profit Consistent बनाने पर Focus करें।


 Final Thoughts

Intraday Trading जल्दी Profit दे सकता है,
लेकिन गलतियाँ उतनी ही जल्दी Loss भी करा सकती हैं।

👉 इसलिए:

  • Basics समझें।

  • Discipline Follow करें।

  • Risk Management को Priority दें।

तभी आप Intraday Trading को एक Skill बना पाएंगे, न कि एक Gamble

#ProgressIndia #IntradayTrading #StockMarketIndia #TradingBasics #FinancialEducation


✅ Overtrading से कैसे बचें? ट्रेडर्स के लिए गाइड | Progress India

Risk-Reward Ratio क्या है? सही ट्रेडिंग सीक्रेट जानें | Progress India

Trading Psychology और Discipline: सफलता का राज | Progress India


क्या आप चाहेंगे 

 FAQs

Q1: Intraday Trading क्या है?
👉 Intraday Trading का मतलब है एक ही दिन में शेयर खरीदना और बेचना। इसमें Position अगले दिन तक Carry Forward नहीं होती।

Q2: Intraday Trading और Delivery Trading में क्या अंतर है?
👉 Delivery Trading में आप शेयर लंबे समय तक रखते हैं। Intraday Trading में आपको उसी दिन Position Close करनी होती है।

Q3: Intraday Trading के लिए Best Time कौन सा है?
👉 Beginners को 11:00 AM से 2:00 PM तक Trade करना चाहिए क्योंकि इस दौरान Market Stable रहता है।

Q4: Intraday Trading में कौन से Tools जरूरी हैं?
👉 Charts, Support & Resistance, Volume Analysis, Moving Averages, RSI, VWAP जैसे Indicators जरूरी हैं।

Q5: Intraday Trading में Risk कैसे Manage करें?
👉 हमेशा Stop Loss लगाएँ, Capital का केवल 2–3% Risk लें और Discipline Follow करें।

Comments

Popular posts from this blog

Sabla / Kishori Balika Yojana – किशोरियों के स्वास्थ्य, पोषण और आत्मनिर्भरता की ओर मजबूत कदम

सबल योजना / किशोरी बालिका योजना: बेटियों के स्वावलंबन की राह  भारत जैसे देश में जहां बेटियाँ एक तरफ देवी का रूप मानी जाती हैं, वहीं दूसरी ओर कई बार उन्हें शिक्षा, पोषण और सम्मान से वंचित भी रहना पड़ता है। एक किशोरी के जीवन में जब उसका शरीर और मन कई बदलावों से गुजरता है, तब उसे सबसे ज़्यादा मार्गदर्शन, पोषण, स्वास्थ्य और आत्मविश्वास की जरूरत होती है। इसी संवेदना और ज़रूरत को समझते हुए भारत सरकार ने सबल योजना (जिसे किशोरी बालिका योजना भी कहा जाता है) की शुरुआत की — ताकि देश की बेटियाँ न सिर्फ स्वस्थ रहें, बल्कि आत्मनिर्भर भी बनें। किशोरी – एक संवेदनशील मोड़ जब कोई बच्ची 11-18 साल की उम्र में प्रवेश करती है, तो यह उसका शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सबसे संवेदनशील और निर्णायक समय होता है। इस उम्र में वह न तो पूरी तरह से बच्ची रहती है, न पूरी तरह से वयस्क। वह अपनी पहचान, आत्म-विश्वास और समाज में अपने स्थान को लेकर संघर्ष कर रही होती है। ग्रामीण भारत में स्थिति और भी कठिन है — यहाँ अधिकांश किशोरियाँ या तो स्कूल छोड़ चुकी होती हैं, या घरेलू जिम्मेदारियों में डूब चुकी होती हैं। उन्हे...

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025 – किसानों की समृद्धि

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना – किसानों के समृद्धि की नई उम्मीद भारत की आत्मा गांवों में बसती है, और गांवों की आत्मा हमारे किसान हैं। हर सुबह सूरज की पहली किरण के साथ खेतों में हल जोतता किसान, तपती दोपहर में फसलों को सींचता किसान और रात के अंधेरे में भी अपने खेत की रखवाली करता किसान — यही तो हैं हमारे देश की असली रीढ़। ऐसे में जब केंद्र सरकार किसानों की स्थिति सुधारने और उनकी आमदनी दोगुनी करने की बात करती है, तो यह सिर्फ एक नीति नहीं होती, बल्कि करोड़ों उम्मीदों की नींव होती है। प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना इसी दिशा में उठाया गया एक क्रांतिकारी कदम है। क्या है प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना? प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य है — किसानों की आय बढ़ाना, फसलों की उत्पादकता सुधारना, और कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का समावेश करना। यह योजना किसानों को बेहतर बीज, सस्ती दरों पर उर्वरक, सिंचाई की सुविधा, कृषि यंत्रों पर सब्सिडी और फसल की सही कीमत दिलाने में मदद करती है। इसका मुख्य लक्ष्य यह है कि भारत का हर किसान आत्मनिर्भर बन...

नया राशन कार्ड बनाएं – ऑनलाइन और ऑफलाइन गाइड 2025

ऑनलाइन राशन कार्ड आवेदन करते महिला नया राशन कार्ड कैसे बनाएं – ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके राशन कार्ड केवल एक दस्तावेज नहीं है, यह आम आदमी के अधिकारों और गरिमा की पहचान है। भारत जैसे देश में, जहाँ करोड़ों परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन गुजारते हैं, राशन कार्ड उनके लिए सरकारी सहायता का प्रमुख जरिया है। यह न केवल सस्ता अनाज पाने का हक देता है, बल्कि पहचान, निवास प्रमाण और कई सरकारी योजनाओं से जुड़ने का ज़रिया भी बनता है। ऐसे में यदि आपके पास राशन कार्ड नहीं है, तो यह लेख आपके लिए बेहद जरूरी है। यहाँ हम सरल भाषा में बताएंगे कि नया राशन कार्ड कैसे बनवाएं – वो भी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से, ताकि आपकी जेब और समय दोनों की बचत हो। क्यों ज़रूरी है राशन कार्ड? कल्पना कीजिए कि किसी गरीब बुज़ुर्ग महिला को महीने का गुज़ारा करना है – न कोई पेंशन, न कमाई का जरिया। राशन कार्ड के ज़रिए वह महिला सरकार से 1-2 रुपये किलो में अनाज पाती है, जिससे उसका पेट भरता है। इसी तरह, एक मजदूर परिवार को भी रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरा करने के लिए सरकारी राशन का सहारा होता है। राशन कार्ड के बिना ये सारी मददे...