Skip to main content

मुख्यमंत्री दिव्यांग साइकिल योजना – दिव्यांगजनों को mobility और आत्मनिर्भरता की दिशा में सहयोग

 नीचे मुख्यमंत्री दिव्यांग साइकिल योजना (मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना – “संबल”) की पूरी और संक्षिप्त जानकारी दी गई है:


🚲 योजना का उद्देश्य

बिहार सरकार की यह योजना गतिशील दिव्यांग शिक्षार्थियों और स्वयं रोजगाररत दिव्यांग व्यक्तियों को बैटरी-संचालित ट्राइसाइकिल प्रदान करती है, जिससे उनकी शिक्षा‑कार्य में आने‑जाने की सुविधा बढ़े और उनकी आत्म‑निर्भरता सशक्त हो सके।


✅ पात्रता मानदंड

  • दिव्यांगता ≥ 60%, विशेषकर लोकोमोटर दिव्यांगता 

  • लाभार्थी बिहार का स्थायी निवासी

  • लाभार्थी स्नातक/स्नातकोत्तर छात्र हों और कॉलेज/विश्वविद्यालय परिसर से ≥ 3 किमी दूर आवास हो, या
    रोजगाररत दिव्यांग, जिनके कार्यस्थल उनके आवास से ≥ 3 किमी दूर हों 

  • आय सीमा ₹2 लाख/वर्ष तक


📄 आवश्यक दस्तावेज

  • दिव्यांगता प्रमाण पत्र (UDID कार्ड/≥ 60%)

  • आधार कार्ड, निवासी प्रमाण

  • आय प्रमाण पत्र (≤₹2 लाख वार्षिक)

  • छात्र: कॉलेज/विश्वविद्यालय पहचान पत्र

  • रोजगार: रोजगार का प्रमाण

  • पासपोर्ट साइज फोटो


📥 आवेदन प्रक्रिया

  1. ऑनलाइन आवेदन: सामाजिक कल्याण विभाग की वेबसाइट/पोर्टल पर लॉगिन करके आवेदन करें।

  2. 🎁 वितरण प्रक्रिया

  • चयनित लाभार्थियों को कैंप या शिविर के माध्यम से ट्राइसाइकिल वितरित की जाती है

  • वितरण ALIMCO (भारत सरकार उपक्रम) द्वारा बैटरी ट्राइसाइकिल खरीदी जाती है


🗓️ वर्तमान स्थिति

  • शिक्षा एवं रोजगार दोनों श्रेणी के दिव्यांगों को 2022‑23 में लगभग 10,000 ट्राइसाइकिल वितरित की गईं

  • जैसे कि जहानाबाद में 22, मुंगेर में 259 और भागलपुर में 169 ट्राइसाइकिल वितरण का रिकॉर्ड है।


📌 सारांश तालिका

कारक विवरण
लाभार्थी समूह ≥60% लोकोमोटर दिव्यांगछात्र (कॉलेज से ≥3 किमी)या रोजगाररत दिव्यांग (कार्यस्थल ≥3 किमी)
दस्तावेज आधार, दिव्यांगता प्रमाण, आय प्रमाण, छात्र/रोजगार प्रमाण, फोटो
चयन प्रक्रिया “First come first served” + जिला स्क्रीनिंग
वितरण माध्यम बैटरी ट्राइसाइकिल (ALIMCO निर्मित) शिविर द्वारा
लाभार्थी संख्या हजारों (2022‑25) वितरण रिकॉर्ड उपलब्ध

✍️ आगे क्या करें?

  1. दस्तावेज़ तैयार करें: ≥60% दिव्यांगता प्रमाण, आधार, उम्र/आय/स्थान प्रमाण, फोटो आदि।

  2. आवेदन करें:

    • ऑनलाइन: बिहार सामाजिक कल्याण विभाग की पोर्टल पर लॉगिन करें और फॉर्म भरें।

    • ऑफलाइन: प्रखंड कार्यालय/जिला दिव्यांग सशक्तिकरण कोषांग जाएँ।

  3. चयन प्रक्रिया में शामिल रहें: SMS/email/सूचना पट्ट पर ध्यान दें।

  4. वितरण शिविर/कैंप में शामिल हों: दिनांक/स्थान परिवर्णित होंगे—इसकी जानकारी प्रखंड/जिला कार्यालय से प्राप्त करें।

Comments

Popular posts from this blog

Sabla / Kishori Balika Yojana – किशोरियों के स्वास्थ्य, पोषण और आत्मनिर्भरता की ओर मजबूत कदम

सबल योजना / किशोरी बालिका योजना: बेटियों के स्वावलंबन की राह  भारत जैसे देश में जहां बेटियाँ एक तरफ देवी का रूप मानी जाती हैं, वहीं दूसरी ओर कई बार उन्हें शिक्षा, पोषण और सम्मान से वंचित भी रहना पड़ता है। एक किशोरी के जीवन में जब उसका शरीर और मन कई बदलावों से गुजरता है, तब उसे सबसे ज़्यादा मार्गदर्शन, पोषण, स्वास्थ्य और आत्मविश्वास की जरूरत होती है। इसी संवेदना और ज़रूरत को समझते हुए भारत सरकार ने सबल योजना (जिसे किशोरी बालिका योजना भी कहा जाता है) की शुरुआत की — ताकि देश की बेटियाँ न सिर्फ स्वस्थ रहें, बल्कि आत्मनिर्भर भी बनें। किशोरी – एक संवेदनशील मोड़ जब कोई बच्ची 11-18 साल की उम्र में प्रवेश करती है, तो यह उसका शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सबसे संवेदनशील और निर्णायक समय होता है। इस उम्र में वह न तो पूरी तरह से बच्ची रहती है, न पूरी तरह से वयस्क। वह अपनी पहचान, आत्म-विश्वास और समाज में अपने स्थान को लेकर संघर्ष कर रही होती है। ग्रामीण भारत में स्थिति और भी कठिन है — यहाँ अधिकांश किशोरियाँ या तो स्कूल छोड़ चुकी होती हैं, या घरेलू जिम्मेदारियों में डूब चुकी होती हैं। उन्हे...

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025 – किसानों की समृद्धि

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना – किसानों के समृद्धि की नई उम्मीद भारत की आत्मा गांवों में बसती है, और गांवों की आत्मा हमारे किसान हैं। हर सुबह सूरज की पहली किरण के साथ खेतों में हल जोतता किसान, तपती दोपहर में फसलों को सींचता किसान और रात के अंधेरे में भी अपने खेत की रखवाली करता किसान — यही तो हैं हमारे देश की असली रीढ़। ऐसे में जब केंद्र सरकार किसानों की स्थिति सुधारने और उनकी आमदनी दोगुनी करने की बात करती है, तो यह सिर्फ एक नीति नहीं होती, बल्कि करोड़ों उम्मीदों की नींव होती है। प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना इसी दिशा में उठाया गया एक क्रांतिकारी कदम है। क्या है प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना? प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य है — किसानों की आय बढ़ाना, फसलों की उत्पादकता सुधारना, और कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का समावेश करना। यह योजना किसानों को बेहतर बीज, सस्ती दरों पर उर्वरक, सिंचाई की सुविधा, कृषि यंत्रों पर सब्सिडी और फसल की सही कीमत दिलाने में मदद करती है। इसका मुख्य लक्ष्य यह है कि भारत का हर किसान आत्मनिर्भर बन...

नया राशन कार्ड बनाएं – ऑनलाइन और ऑफलाइन गाइड 2025

ऑनलाइन राशन कार्ड आवेदन करते महिला नया राशन कार्ड कैसे बनाएं – ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके राशन कार्ड केवल एक दस्तावेज नहीं है, यह आम आदमी के अधिकारों और गरिमा की पहचान है। भारत जैसे देश में, जहाँ करोड़ों परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन गुजारते हैं, राशन कार्ड उनके लिए सरकारी सहायता का प्रमुख जरिया है। यह न केवल सस्ता अनाज पाने का हक देता है, बल्कि पहचान, निवास प्रमाण और कई सरकारी योजनाओं से जुड़ने का ज़रिया भी बनता है। ऐसे में यदि आपके पास राशन कार्ड नहीं है, तो यह लेख आपके लिए बेहद जरूरी है। यहाँ हम सरल भाषा में बताएंगे कि नया राशन कार्ड कैसे बनवाएं – वो भी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से, ताकि आपकी जेब और समय दोनों की बचत हो। क्यों ज़रूरी है राशन कार्ड? कल्पना कीजिए कि किसी गरीब बुज़ुर्ग महिला को महीने का गुज़ारा करना है – न कोई पेंशन, न कमाई का जरिया। राशन कार्ड के ज़रिए वह महिला सरकार से 1-2 रुपये किलो में अनाज पाती है, जिससे उसका पेट भरता है। इसी तरह, एक मजदूर परिवार को भी रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरा करने के लिए सरकारी राशन का सहारा होता है। राशन कार्ड के बिना ये सारी मददे...