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Private Security Guard Act (PSARA) 2005 – लाइसेंस, नियम और फायदे | Progress India

एक व्यक्ति सूट में मंच पर खड़ा होकर PSARA 2005 के बारे में बोल रहा है, पृष्ठभूमि में एक साइनबोर्ड दिखाई दे रहा है।
गार्ड की नौकरी या एजेंसी शुरू करने से पहले जान लें PSARA एक्ट के नियम 

Progress India – प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड एक्ट (Private Security Agencies Regulation Act - PSARA)


परिचय

  • भारत में निजी सुरक्षा गार्ड सेवाएं तेजी से बढ़ रही हैं।

  • इनकी गुणवत्ता, प्रशिक्षण और कानूनी मानकों को बनाए रखने के लिए PSARA, 2005 लागू किया गया।

  • इस कानून का उद्देश्य है –

    • सुरक्षा सेवाओं में प्रोफेशनल स्टैंडर्ड लाना

    • गार्ड और क्लाइंट दोनों की सुरक्षा करना

    • अनधिकृत सुरक्षा सेवाओं को रोकना


PSARA एक्ट क्या है?

  • PSARA (Private Security Agencies Regulation Act, 2005) भारत में निजी सुरक्षा एजेंसियों के लाइसेंस, संचालन और प्रशिक्षण के नियम तय करता है।

  • इसके तहत कोई भी प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी बिना लाइसेंस के काम नहीं कर सकती।

  • इसका लागू क्षेत्र – पूरे भारत में (कुछ राज्यों में अपने अतिरिक्त नियम भी हैं)।


PSARA के मुख्य उद्देश्य

  • निजी सुरक्षा सेवाओं को नियंत्रित और विनियमित करना।

  • गार्ड्स की भर्ती में बैकग्राउंड चेक अनिवार्य करना।

  • सुरक्षा गार्ड्स को सही प्रशिक्षण देना।

  • ग्राहकों को भरोसेमंद और पेशेवर सेवा उपलब्ध कराना।


लाइसेंस क्यों जरूरी है?

  • लाइसेंस के बिना सुरक्षा एजेंसी चलाना कानूनी अपराध है।

  • लाइसेंस होने से –

    • भरोसा बढ़ता है

    • कानूनी मान्यता मिलती है

    • सरकारी और बड़े प्रोजेक्ट में काम करने का मौका मिलता है


PSARA लाइसेंस के लिए पात्रता (Eligibility)

  • एजेंसी के मालिक भारतीय नागरिक हों।

  • कोई आपराधिक रिकॉर्ड न हो।

  • वित्तीय स्थिरता का प्रमाण।

  • जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर (ऑफिस, ट्रेनिंग सेंटर आदि)।


लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया

  1. आवेदन तैयार करें – आवश्यक दस्तावेज जैसे PAN, GST, कंपनी रजिस्ट्रेशन, पता प्रमाण।

  2. पुलिस वेरीफिकेशन – मालिक और कंपनी का बैकग्राउंड चेक।

  3. ट्रेनिंग एग्रीमेंट – सरकारी मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग सेंटर से अनुबंध।

  4. आवेदन जमा करें – राज्य के PSARA नियंत्रक प्राधिकरण को।

  5. निरीक्षण – आवेदन और दस्तावेजों की जांच।

  6. लाइसेंस जारी – नियम पूरे करने पर 5 साल तक मान्य।


सुरक्षा गार्ड्स के लिए अनिवार्य ट्रेनिंग

  • शारीरिक फिटनेस ट्रेनिंग

  • फायर सेफ्टी ट्रेनिंग

  • प्राथमिक चिकित्सा (First Aid)

  • कानूनी अधिकार और जिम्मेदारियां

  • इमरजेंसी रिस्पॉन्स


गार्ड भर्ती के मानक

  • आयु सीमा: 18 से 65 वर्ष (राज्य के नियम अनुसार)

  • न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता: 8वीं / 10वीं पास

  • मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट

  • पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट


गार्ड्स के अधिकार

  • सुरक्षित और सम्मानजनक कार्यस्थल

  • समय पर वेतन

  • यूनिफॉर्म और जरूरी उपकरण

  • छुट्टी और आराम का समय

  • कानूनी सहायता, अगर ड्यूटी के दौरान कोई विवाद हो


कानून तोड़ने पर सज़ा

  • बिना लाइसेंस सुरक्षा एजेंसी चलाने पर जुर्माना + जेल

  • गलत दस्तावेज़ देने पर लाइसेंस रद्द

  • गार्ड्स को ट्रेनिंग न देने पर पेनल्टी

  • ग्राहक को धोखा देने पर कानूनी कार्रवाई


ग्राहक के लिए फायदे

  • प्रोफेशनल और ट्रेनिंग प्राप्त गार्ड्स

  • सुरक्षा का भरोसा

  • विवाद की स्थिति में कानूनी समाधान

  • पारदर्शी सेवा अनुबंध


गार्ड के लिए फायदे

  • कानूनी मान्यता के साथ नौकरी

  • ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट

  • बेहतर वेतन और सुविधाएं

  • प्रमोशन और करियर ग्रोथ


कैसे पहचानें लाइसेंसधारी एजेंसी?

  • एजेंसी का लाइसेंस नंबर जांचें।

  • PSARA वेबसाइट / राज्य के होम डिपार्टमेंट पर लिस्ट देखें।

  • अनुबंध में लाइसेंस की कॉपी मांगें।


Progress India की सलाह

  • ग्राहक – सिर्फ लाइसेंसधारी एजेंसी से ही गार्ड लें।

  • गार्ड – नौकरी लेने से पहले एजेंसी का लाइसेंस देखें।

  • एजेंसी – कानूनी अनुपालन का पालन करें और ट्रेनिंग को प्राथमिकता दें।


एक्शन प्लान

✅ अगर एजेंसी खोलनी है – पहले PSARA लाइसेंस लें।
✅ अगर गार्ड बनना है – ट्रेनिंग लें और बैकग्राउंड चेक कराएं।
✅ अगर ग्राहक हैं – एजेंसी की वैधता जांचें।
✅ अगर कानून तोड़ा गया है – तुरंत संबंधित विभाग को शिकायत करें।


सुरक्षा का भरोसा, कानूनी मान्यता के साथ ✅ जानिए PSARA एक्ट की पूरी जानकारी। #ProgressIndia #PSARA #SecurityGuard

PSARA एक्ट ने भारत में निजी सुरक्षा सेवाओं को संगठित, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
Progress India का मानना है – सुरक्षा गार्ड सिर्फ एक जॉब नहीं, बल्कि समाज के लिए सेवा है।
कानून का पालन करके हम एक सुरक्षित और सशक्त भारत बना सकते हैं।


अगर आप चाहें तो 

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FAQs

Q1. PSARA एक्ट क्या है?
PSARA (Private Security Agencies Regulation Act) भारत में निजी सुरक्षा एजेंसियों को नियंत्रित और लाइसेंस देने का कानून है।

Q2. PSARA लाइसेंस कितने साल के लिए मान्य होता है?
आमतौर पर 5 साल के लिए, राज्य के नियम के अनुसार।

Q3. बिना लाइसेंस सुरक्षा एजेंसी चलाने पर क्या होगा?
जुर्माना और जेल की सजा हो सकती है, साथ ही एजेंसी बंद कर दी जाएगी।

Q4. गार्ड्स के लिए ट्रेनिंग क्यों जरूरी है?
ताकि वे प्रोफेशनल तरीके से काम कर सकें और इमरजेंसी में सही रिस्पॉन्स दे सकें।

Q5. ग्राहक एजेंसी का लाइसेंस कैसे चेक कर सकते हैं?
राज्य के होम डिपार्टमेंट या PSARA वेबसाइट पर एजेंसी का नाम और लाइसेंस नंबर चेक करें।

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