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"कौशल विकास और रोजगार मेले: जहां उम्मीदें मिलती हैं अवसरों से"

 "कौशल विकास एवं रोजगार मेलों" को एक इंसान की ज़रूरत, आशा और आत्मनिर्भरता से जोड़ते हुए सरल, प्रेरणात्मक और मानवीय भाषा में समझते हैं:


कौशल विकास एवं रोजगार मेले – हुनर को रोज़गार में बदलने का मंच

"डिग्री से नहीं, हुनर से बनती है पहचान…"
आज का युवा सिर्फ नौकरी का इंतज़ार नहीं कर रहा, वो खुद को काबिल बनाकर मौके चाहता है
इसी सोच के साथ सरकार हर ज़िले में आयोजित करती है —
"कौशल विकास एवं रोजगार मेले"

ये सिर्फ मेले नहीं होते, ये हजारों युवाओं के लिए उम्मीद का दरवाज़ा होते हैं।


इन मेलों का उद्देश्य क्या है?

  • युवाओं को सीधे कंपनियों और संस्थानों से जोड़ना

  • उन्हें हुनर के अनुसार नौकरियाँ या प्रशिक्षण अवसर देना

  • बेरोज़गारों को स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम्स में शामिल करना

  • गाँव-शहर के हर कोने से युवाओं को एक मंच पर लाना


मेले में क्या-क्या होता है?

  1. रोजगार के मौके:
    देश की छोटी-बड़ी प्राइवेट कंपनियाँ, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, रिटेल ब्रांड्स, टेक कंपनियाँ आदि सीधे इंटरव्यू लेती हैं

  2. स्किल डेवलपमेंट रजिस्ट्रेशन:
    जिनके पास कोई विशेष स्किल नहीं है, उन्हें सरकार द्वारा फ्री ट्रेनिंग देने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जाता है (PMKVY, ITI, DDU-GKY आदि के तहत)।

  3. Career Counselling और मार्गदर्शन:
    एक्सपर्ट्स द्वारा बताया जाता है कि किस क्षेत्र में करियर बन सकता है, कौन-सी ट्रेनिंग आपके लिए सही है।

  4. फॉर्म भरवाना और डॉक्यूमेंट हेल्प:
    onsite ही आधार, पंजीकरण, रेज़्यूमे, प्रमाण पत्र आदि चेक करके फॉर्म भरे जाते हैं


कौन शामिल हो सकता है?

  • 10वीं पास से लेकर ग्रेजुएट तक कोई भी युवा

  • जिनकी आयु 18 से 35 वर्ष के बीच हो

  • जो नौकरी की तलाश में हैं

  • या किसी प्रशिक्षण / स्किल डवलपमेंट कोर्स में शामिल होना चाहते हैं


कहां होते हैं ये मेले?

  • हर ज़िले में समय-समय पर जिला रोजगार कार्यालय (DE&CC) द्वारा आयोजित किए जाते हैं

  • कई बार Mission Youth, PMKVY, Skill India, ITI, MSME जैसी संस्थाएं भी शामिल होती हैं

  • मेले की सूचना सरकारी पोर्टल, जिला प्रशासन की वेबसाइट, सोशल मीडिया, रेडियो और समाचार पत्रों के ज़रिए दी जाती है


साथ क्या लाना होता है?

  • आधार कार्ड, पैन कार्ड

  • शैक्षणिक प्रमाण पत्र (10वीं, 12वीं, डिप्लोमा, डिग्री)

  • बायोडाटा / रेज़्यूमे (2-3 कॉपी)

  • पासपोर्ट साइज फोटो

  • कोई स्किल/ट्रेनिंग सर्टिफिकेट (अगर हो)


असली लाभ – असली कहानियाँ

  • रामबन के जावेद ने रोजगार मेले में इंटरव्यू दिया और दुकानदार की नौकरी से स्टोर मैनेजर बन गए

  • अनंतनाग की अफ़रीन, ब्यूटीशियन कोर्स के लिए स्किल रजिस्ट्रेशन में शामिल हुईं — 6 महीने बाद खुद का पार्लर खोल लिया।

  • जम्मू की सिमरन, रोजगार मेले से एक टेक कंपनी में ट्रेनिंग पर चुनी गईं — आज फुल टाइम नौकरी कर रही हैं।


एक आख़िरी बात...

कौशल और रोज़गार सिर्फ शहर वालों का अधिकार नहीं होता।
गांवों और कस्बों में भी हजारों युवा हैं, जिनके पास सपने हैं — बस उन्हें एक मंच, एक मौका और थोड़ा मार्गदर्शन चाहिए

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