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भू–जन शिकायत पोर्टल बिहार 2025: भूमि विवाद, नामांतरण, जमाबंदी और अवैध कब्ज़े की शिकायत ऑनलाइन दर्ज करें

एक लैपटॉप की स्क्रीन पर "भू-जन शिकायत पोर्टल" लिखा हुआ, जो एक डेस्क पर रखा है, पृष्ठभूमि में धुंधला कमरा दिखाई देता है।

 भू–जन शिकायत पोर्टल (Bhu-Jan Shikayat Portal), बिहार

नागरिकों की भूमि समस्याओं के समाधान की डिजिटल पहल

बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने नागरिकों की जमीन से जुड़ी समस्याओं को पारदर्शी और तेज़ी से निपटाने के लिए यह पोर्टल शुरू किया है। अब किसी को बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने की ज़रूरत नहीं। शिकायत घर बैठे ऑनलाइन दर्ज होती है और उसकी स्थिति भी ट्रैक की जा सकती है।


 मुख्य उद्देश्य

  • भूमि विवाद और समस्याओं का तेज़ व पारदर्शी समाधान

  • ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने की सुविधा।

  • जनता को दफ्तर जाने की ज़रूरत कम करना

  • शिकायतों पर समयसीमा के भीतर कार्यवाही

  • जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाना।


 किन समस्याओं के लिए इस्तेमाल होता है?

  • भूमि पर अवैध कब्ज़ा (Illegal Possession)

  • गलत जमाबंदी / खतियान की प्रविष्टि।

  • नामांतरण (Mutation) में देरी

  • दाखिल-खारिज (Registration & Record Update) विवाद

  • भू-अभिलेख (Land Record) में त्रुटियाँ

  • म्यूटेशन / क्लेम संबंधी शिकायतें

  • नक्शे व सीमांकन से जुड़ी समस्याएँ।


 विशेषताएँ

  •  ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने की सुविधा।

  •  Tracking ID से शिकायत की स्थिति ट्रैक करने का विकल्प।

  •  शिकायत सीधे संबंधित अधिकारी/विभाग तक पहुँचती है।

  •  समाधान की तय समयसीमा।

  •  पूर्ण पारदर्शिता और जवाबदेही।


 आधिकारिक पोर्टल


 शिकायत दर्ज करने के लिए ज़रूरी चीज़ें

  • आवेदक का नाम।

  • मोबाइल नंबर।

  • ज़िला, अंचल, मौजा की जानकारी।

  • शिकायत का संक्षिप्त विवरण।

  • आवश्यक दस्तावेज़ (PDF/JPG)।


 सहायता के लिए

  • नज़दीकी CSC केंद्रों से मदद ले सकते हैं।

  • राजस्व कार्यालय में भी सुविधा उपलब्ध है।

  • सरकार द्वारा हेल्पलाइन नंबर भी जारी।


 नागरिकों के लिए ज़रूरी सवाल–जवाब (FAQ)

1️⃣ पूर्वजों की संपत्ति में बंटवारा कैसे करें?

  • परिवार में आपसी सहमति से लिखित समझौता।

  • राजस्व विभाग में आवेदन कर आधिकारिक बंटवारा।

  • विवाद की स्थिति में सिविल कोर्ट का सहारा।


2️⃣ LPC क्या है?

  • LPC = Land Possession Certificate

  • यह प्रमाणित करता है कि जमीन किसके कब्ज़े में है।

  • बैंक लोन, नामांतरण और बिक्री में ज़रूरी दस्तावेज़।


3️⃣ कैसे पता करें कि आप जमीन के वैध मालिक हैं?

  • भू अभिलेख (Land Record) / खतियान देखें।

  • भू नक्शा पोर्टल पर विवरण जाँचें।

  • राजस्व कार्यालय से प्रमाणित प्रतिलिपि लें।


4️⃣ भू नक्शा पोर्टल (Bhu Naksha Portal) क्या है?

  • ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म जहाँ आप अपनी जमीन का डिजिटल नक्शा देख सकते हैं।

  • सीमांकन, प्लॉट नंबर और क्षेत्रफल की सटीक जानकारी।


5️⃣ जमीन बेचने या बंटवारे में बाधा आने पर क्या करें?

  • पहले भू–जन शिकायत पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।

  • दस्तावेज़ संलग्न करें (खतियान, रसीद)।

  • समाधान न मिले तो सिविल कोर्ट जाएँ।


6️⃣ अवैध कब्ज़ा (Illegal Possession) हटवाना कैसे करें?

  • पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।

  • प्रशासन द्वारा मौके पर जांच और कार्यवाही।

  • पुलिस प्रशासन की मदद से कब्ज़ा हटाया जाता है।


7️⃣ जब अधिकारी भूमि रिकॉर्ड अपडेट नहीं करते तो क्या करें?

  • पहले पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।

  • शिकायत पर कार्यवाही न होने पर उच्च अधिकारी तक अपील।

  • अंत में राजस्व न्यायालय / कोर्ट का विकल्प।


8️⃣ खाता एवं जमाबंदी क्या है?

  • खाता (Khata): किसी व्यक्ति या परिवार के नाम दर्ज भूमि का रिकॉर्ड।

  • जमाबंदी (Jamabandi): जमीन से जुड़े कर और रिकॉर्ड का विवरण।


9️⃣ जमीन का बंटवारा कैसे करें?

  • आपसी सहमति पर लिखित दस्तावेज़।

  • राजस्व विभाग से Mutation (नामांतरण) करवाएँ।

  • विवाद हो तो कोर्ट से डिक्री।


🔟 नक्शा से सीमांकन (Demarcation) कैसे करवाएं?

  • पोर्टल/राजस्व कार्यालय में आवेदन।

  • अमीन द्वारा मौके पर मापी।

  • नक्शा में स्पष्ट सीमांकन दर्ज।


1️⃣1️⃣ सिविल कोर्ट में दावा कैसे करें?

  • जब प्रशासन से समाधान न मिले।

  • वकील के माध्यम से टाइटल सूट/डिक्री दायर करें।

  • कोर्ट के आदेश से कब्ज़ा या नामांतरण सुनिश्चित।


1️⃣2️⃣ नामांतरण, दाखिल-खारिज और वंशावली विवाद क्या करें?

  • पोर्टल पर शिकायत।

  • सही कागजात (वंशावली, रसीद, खतियान) अपलोड करें।

  • विवाद बड़ा हो तो कोर्ट जाएँ।


1️⃣3️⃣ C.S., R.S., और Halka खतियान क्या है?

  • C.S. खतियान: Cadastral Survey का रिकॉर्ड।

  • R.S. खतियान: Revisional Survey का रिकॉर्ड।

  • Halka खतियान: छोटे राजस्व क्षेत्र का रिकॉर्ड।


1️⃣4️⃣ मूल खतियान क्या होता है?

  • सर्वे के दौरान तैयार किया गया प्रथम रिकॉर्ड ऑफ राइट्स

  • इसमें जमीन का असली मालिक और उसकी स्थिति दर्ज रहती है।


1️⃣5️⃣ बिहार में वारिसाना प्रमाण पत्र कैसे बनवाएं?

  • अंचल कार्यालय में आवेदन।

  • मृत्यु प्रमाण पत्र + वंशावली संलग्न करें।

  • जांच के बाद प्रमाण पत्र जारी।


1️⃣6️⃣ अगर भूमि अभिलेख में रकबा गलत दर्ज हो जाए तो?

  • पोर्टल पर Correction Request दर्ज करें।

  • सही दस्तावेज़ संलग्न करें।

  • अधिकारी द्वारा जाँच कर सुधार।


1️⃣7️⃣ अगर मालिक का नाम गलत दर्ज हो गया है तो?

  • Mutation / Correction के लिए आवेदन।

  • आधार कार्ड, पहचान पत्र और सही दस्तावेज़ अपलोड करें।


1️⃣8️⃣ वंशावली प्रमाण पत्र कैसे बनता है?

  • अंचल कार्यालय में आवेदन।

  • ग्राम पंचायत या नगर निकाय से सत्यापन।

  • सही पाए जाने पर प्रमाण पत्र जारी।


1️⃣9️⃣ म्यूटेशन / क्लेम से जुड़ी शिकायतें कैसे दर्ज करें?

  • पोर्टल पर “Mutation/Claim” सेक्शन में जाएँ।

  • संबंधित खतियान, रसीद और पहचान पत्र अपलोड करें।

  • शिकायत ट्रैकिंग से स्थिति देखें।


2️⃣0️⃣ दाखिल-खारिज विवाद होने पर क्या करें?

  • पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।

  • अगर विवाद कानूनी है, तो कोर्ट में केस करें।


2️⃣1️⃣ गलत जमाबंदी या खतियान कैसे ठीक करें?

  • Correction के लिए आवेदन।

  • पोर्टल पर दस्तावेज़ संलग्न करें।

  • जांच के बाद नया खतियान जारी।

  • #Bihar #LandPortal #भूजनशिकायतपोर्टल #ProgressIndia


 भू–जन शिकायत पोर्टल बिहार के नागरिकों को भूमि विवादों से निजात पाने का एक सशक्त डिजिटल साधन है। अब लोगों को बेवजह दफ्तरों के चक्कर लगाने की ज़रूरत नहीं। शिकायत ऑनलाइन दर्ज होती है, ट्रैक की जाती है और समयसीमा में निपटान होता है।

👉 अगर आपकी भी जमीन से जुड़ी कोई समस्या है, तो सबसे पहले भू–जन शिकायत पोर्टल का इस्तेमाल करें।
👉 सही दस्तावेज़ तैयार रखें और डिजिटल माध्यम से समाधान की प्रक्रिया को आसान बनाएं।


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